INDvSA : इतिहास रचने के इरादे से उतरेगी टीम इंडिया
सेंचुरियन टेस्ट में जीत के बाद टीम के हौंसले बुलंद

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच आज से 3 मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला जाएगा. ये मैच जोहान्सबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में होगा. टीम इंडिया के पास जोहान्सबर्ग में इतिहास रचने का सुनहरा मौका है. दरअसल, पिछले 29 साल में भारतीय टीम आज तक अफ्रीकी सरजमीं पर टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी है. सेंचुरियन में खेला गया पहला टेस्ट 113 रन से जीतने के बाद टीम इंडिया के पास दूसरे मुकाबले में ऐतिहासिक सीरीज जीतने का बढ़िया मौका रहेगा.

दक्षिण अफ्रीका की टीम कई दिग्गज खिलाड़ियों के जाने के बाद बदलाव के दौर से गुजर रही है. ऐसे में भारत के पास टेस्ट सीरीज जीतने का इससे अच्छा मौका नहीं होगा. दक्षिण अफ्रीका की मौजूदा टीम के लिए भारत को चुनौती दे पाना आसान नहीं होगा लेकिन मेजबान टीम के पास कगिसो रबाडा और लुंगी एंगिडी जैसे तेज गेंदबाज हैं, जो अकेले दम पर पर विरोधी टीम के बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर सकते हैं.

जोहान्सबर्ग को टीम इंडिया का गढ़ कहा जा सकता है. दरअसल, भारतीय टीम इस मैदान पर आज तक एक भी टेस्ट मैच नहीं हारी है. यहां भारत ने कुल 5 टेस्‍ट खेले हैं, जिनमें से उसे दो में जीत मिली, जबकि तीन मैच ड्रॉ रहे हैं. 1992 में टीम इंडिया ने यहां पहला टेस्ट मैच खेला था. जबकि आखिरी टेस्ट मैच 2018 में खेला था. इन 29 साल में साउथ अफ्रीका की टीम कभी भी भारतीय टीम को मात नहीं दे पाई है.
कोहली पिछले दो साल से अधिक समय से शतक जड़ने में नाकाम रहे हैं और उनकी नजरें इस सूखे को खत्म करने पर टिकी होगी. जोहान्सबर्ग में चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के पास शायद अपने आप को साबित करने का आखिरी मौका रहेगा.
पुजारा ने जहां पिछली 43 पारियों से शतक नहीं लगाया है, तो रहाणे के बल्ले से भी 23 पारियों पहले शतक देखने को मिला था. सेंचुरियन टेस्ट में पुजारा बुरी तरह फ्लॉप रहे थे, जबकि रहाणे मिले स्टार्ट को बड़ी पारी में नहीं बदल सके थे. दूसरे मैच में चेतेश्वर की जगह श्रेयस अय्यर को भी आजमाया जा सकता है.

जोहान्सबर्ग टेस्ट में अगर कोहली एक शतक लगाने में कामयाब रहे, तो तीनों फॉर्मेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में संयुक्त रूप में रिकी पोंटिंग (71) की बराबरी पर आ जाएंगे. भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली अपने 8000 टेस्ट रनों से 146 रन दूर हैं. अगर वह जोहान्सबर्ग में ऐसा कर देते हैं, तो टेस्ट फॉर्मेट में 8 हजार रन बनाने वाले दुनिया के 33वें और भारत के छठे खिलाड़ी बन जाएंगे.

 रविचंद्रन अश्विन अगर इस मैच में 6 विकेट लेने में सफल रहे, तो टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दुनिया के 9वें और भारत के दूसरे गेंदबाज बन जाएंगे. इस दौरान अश्विन न्यूजीलैंड के सर रिचर्ड हेडली (431), भारत के कपिल देव (434) और श्रीलंका के रंगना हैराथ (433) ; एक साथ तीन दिग्गजों को पीछे छोड़ देंगे. अभी तक आर अश्विन 82 टेस्ट मैचों में 24.14 की औसत के साथ 429 विकेट ले चुके हैं.

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